सूचना सहायकों (Suchna Sahayak Syllabus) की परीक्षा का पाठ्यक्रम विशेष रूप से उन उम्मीदवारों के लिए तैयार किया गया है, जो सरकारी और निजी क्षेत्र में सूचना प्रबंधन से संबंधित विभिन्न कार्यों में रुचि रखते हैं। यह पाठ्यक्रम सामान्य ज्ञान, गणित, हिंदी, अंग्रेजी और कंप्यूटर ज्ञान जैसे विषयों को शामिल करता है। उम्मीदवारों को इस परीक्षा में सफलता के लिए मौखिक एवं लिखित संचार कौशल, समस्या समाधान क्षमताओं और तकनीकी ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
विषय | विवरण |
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1. सामान्य ज्ञान | – इतिहास: प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारतीय इतिहास। – भूगोल: भारत और विश्व का भूगोल। – राजनीति: भारतीय संविधान, सरकारी संरचना, चुनाव प्रक्रिया। – अर्थशास्त्र: भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख पहलू। – समसामयिक घटनाएँ: वर्तमान मुद्दे, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचार। |
2. गणित | – अंकगणित: मूल बातें, संख्याओं के चार कार्य। – बीजगणित: समीकरण, रैखिक समीकरण। – सांख्यिकी: औसत, मध्य, मोड। – मात्रा और माप: क्षेत्रफल, आयतन। – समस्या समाधान: वाक्यात्मक और संख्या समस्याएँ। |
3. हिंदी | – व्याकरण: संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, वाक्य रचना। – शब्दावली: सामान्य हिंदी शब्द और उनके अर्थ। – लेखन कौशल: निबंध, पत्र, और संवाद लेखन। – पाठ्य सामग्री: कविता, गद्य और पद्य। |
4. अंग्रेजी | – व्याकरण: Parts of Speech, Tenses, Sentence Structure। – शब्दावली: सामान्य शब्द और उनके अर्थ। – लेखन कौशल: निबंध, पत्र, और संवाद लेखन। – Reading Comprehension: पाठ्य सामग्री से प्रश्न। |
5. कंप्यूटर ज्ञान | – बुनियादी कंप्यूटर कार्य: कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर। – इंटरनेट: ईमेल, वेब ब्राउज़िंग, ऑनलाइन रिसर्च। – सॉफ्टवेयर: MS Office (Word, Excel, PowerPoint)। – डेटा सुरक्षा: वायरस, एंटीवायरस और सुरक्षा उपाय। |
क्र. संख्या | योजना का नाम | |
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1. प्रधानमंत्री जन धन योजना | – वित्तीय समावेशन के लिए लागू की गई। – सभी नागरिकों के लिए बैंक खाता खोलने की सुविधा। | |
2. उज्ज्वला योजना | – गरीब महिलाओं को मुफ्त LPG कनेक्शन देने की योजना। – स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए। | |
3. प्रधानमंत्री आवास योजना | – गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए सस्ते घर उपलब्ध कराने की योजना। – शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लागू। | |
4. स्वच्छ भारत मिशन | – स्वच्छता और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए। – शौचालयों का निर्माण और सफाई को प्राथमिकता। | |
5. आयुष्मान भारत योजना | – स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए 5 लाख रुपये तक का वार्षिक कवरेज। – गरीब परिवारों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना। | |
6. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना | – किसानों को फसल हानि के खिलाफ बीमा उपलब्ध कराने की योजना। – प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा। | |
7. मेक इन इंडिया | – देश में विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए। – विदेशी निवेश को आकर्षित करना और रोजगार सृजन। | |
8. Skill India | – युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने की योजना। – रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाना। | |
9. डिजिटल इंडिया | – सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से सेवाओं का डिजिटलीकरण। – डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना। | |
10. राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) | – ग्रामीण क्षेत्रों में 100 दिन का काम देने की गारंटी। – रोजगार और आय सुरक्षा प्रदान करना। |
क्र. संख्या | विवरण | तथ्य |
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1. आय की परिभाषा | – आय का मतलब है वे सभी पैसे जो किसी व्यक्ति या संगठन के पास आते हैं। | – यह वेतन, ब्याज, लाभ, किराया, और अन्य स्रोतों से हो सकता है। |
2. व्यय की परिभाषा | – व्यय का मतलब है वे सभी खर्चे जो किसी व्यक्ति या संगठन द्वारा किए जाते हैं। | – इसमें दैनिक खर्च, ऋण की किस्त, बिल, और अन्य व्यय शामिल हैं। |
3. आय के प्रकार | – स्थायी आय: नियमित रूप से मिलने वाली आय जैसे वेतन। – अस्थायी आय: अप्रत्याशित स्रोतों से मिलने वाली आय। | – ये स्रोत जैसे निवेश के लाभ या बोनस हो सकते हैं। |
4. व्यय के प्रकार | – आवश्यक व्यय: जीवन के लिए अनिवार्य जैसे खाना, आवास। – वैकल्पिक व्यय: इच्छानुसार खर्च जैसे मनोरंजन। | – ये व्यय प्राथमिकता के आधार पर विभाजित किए जा सकते हैं। |
5. आय और व्यय का संतुलन | – आय और व्यय के बीच संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। | – यदि व्यय आय से अधिक है, तो यह वित्तीय समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है। |
6. बजट बनाना | – आय और व्यय का एक निर्धारित प्रारूप बनाना। | – यह निर्धारित करने में मदद करता है कि कितनी राशि खर्च की जा सकती है और कहाँ कटौती की जा सकती है। |
7. बचत | – आय का एक हिस्सा बचाना आवश्यक है। | – बचत भविष्य की आपात स्थितियों के लिए या निवेश के लिए महत्वपूर्ण है। |
8. निवेश | – बचत को निवेश करना वित्तीय स्थिरता के लिए आवश्यक है। | – निवेश से आय में वृद्धि हो सकती है, जैसे कि शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में। |
9. वित्तीय योजना | – दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए योजना बनाना। | – इसमें रिटायरमेंट प्लानिंग, शिक्षा के लिए बचत, और संपत्ति की योजना शामिल होती है। |
10. वित्तीय शिक्षा | – आय और व्यय को समझने के लिए वित्तीय शिक्षा महत्वपूर्ण है। | – यह व्यक्तियों को बेहतर निर्णय लेने में सहायता करता है और वित्तीय ज्ञान को बढ़ाता है। |
क्र. संख्या | बिंदु | विवरण |
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1. निबंध की परिभाषा | – निबंध एक लिखित रचना है जिसमें किसी विषय पर विचार प्रस्तुत किए जाते हैं। | – यह विषय की गहनता, दृष्टिकोण और विचारों को व्यक्त करने का एक तरीका है। |
2. निबंध के प्रकार | – निबंध कई प्रकार के होते हैं, जैसे: 1. विवरणात्मक 2. विश्लेषणात्मक 3. तर्कसंगत | – हर प्रकार का निबंध एक विशेष उद्देश्य को ध्यान में रखकर लिखा जाता है। |
3. विषय चयन | – निबंध लिखने के लिए विषय का सही चयन महत्वपूर्ण है। | – विषय को समझना और उसके बारे में पर्याप्त जानकारी होना आवश्यक है। |
4. योजना और रूपरेखा | – निबंध लिखने से पहले योजना बनाना और रूपरेखा तैयार करना। | – प्रारंभ, मध्य और अंत में क्या लिखा जाएगा, इसका खाका तैयार करना। |
5. प्रारंभिक पैराग्राफ | – निबंध की शुरुआत एक आकर्षक वाक्य से करनी चाहिए। | – प्रारंभिक पैराग्राफ में विषय का परिचय और मुख्य विचार को शामिल किया जाना चाहिए। |
6. मध्य भाग | – मध्य भाग में विषय की विस्तृत जानकारी और तर्क प्रस्तुत करना। | – तथ्यों, आंकड़ों, और उदाहरणों के माध्यम से विचारों को स्पष्ट करना। |
7. निष्कर्ष | – निबंध के अंत में निष्कर्ष प्रस्तुत करना। | – निष्कर्ष में मुख्य बिंदुओं का सारांश और अंतिम विचार शामिल होना चाहिए। |
8. भाषा और शैली | – निबंध की भाषा स्पष्ट और संक्षिप्त होनी चाहिए। | – शब्दों का चयन और वाक्य संरचना महत्वपूर्ण है; इसे औपचारिक रखना चाहिए। |
9. संपादन और समीक्षा | – निबंध लिखने के बाद संपादन और समीक्षा करना। | – व्याकरण, वर्तनी और पंक्चुएशन की जांच करना आवश्यक है। |
10. अभ्यास | – नियमित रूप से निबंध लेखन का अभ्यास करना। | – इससे लेखन कौशल में सुधार होगा और विषय पर स्पष्टता आएगी। |
उत्तर: सूचना सहायक वह व्यक्ति होता है जो जानकारी प्रदान करने, डेटा संग्रह करने और विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं के बारे में जनता को जागरूक करने का कार्य करता है।
उत्तर: सूचना सहायक की परीक्षा में सामान्य हिंदी, कंप्यूटर ज्ञान, सामान्य ज्ञान, और सरकारी योजनाओं से संबंधित प्रश्न होते हैं। यह आमतौर पर वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ) प्रारूप में होती है।
उत्तर: सूचना सहायक की परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम में सामान्य हिंदी, कंप्यूटर ज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, सरकारी योजनाएँ, और आर्थिक व व्यावसायिक अध्ययन शामिल होते हैं।
उत्तर: हाँ, सूचना सहायक की परीक्षा के लिए आमतौर पर स्नातक डिग्री की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, कंप्यूटर का ज्ञान और हिंदी में प्रवीणता भी आवश्यक होती है।
उत्तर: परीक्षा में प्राप्त अंकों की संख्या और कट ऑफ मार्क्स की जानकारी परीक्षा के नोटिफिकेशन में दी जाती है। यह विभिन्न परीक्षाओं में भिन्न हो सकती है।
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